UP समाचार न्यूज/रिपोर्ट आकाश सक्सेना/खबर बदायूं यूपी
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| गिंदो देवी महाविद्याल में विश्व एड्स दिवस पऱ जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाते अधिकारी कर्मचारी व शिक्षक एवं आयोजित हुए कार्यक्रम ... |
बदायूं। विश्व एड्स रोग दिवस के अवसर पर सोमवार को गिंदो देवी महिला महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता परियोजना निदेशक डीआरडीए अखिलेश चौबे ने की। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान में प्रथम हस्ताक्षर कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, प्राचार्य एवं स्टाफ ने भी अभियान में भाग लिया।
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हस्ताक्षर अभियान के बाद निकाली जागरूकता रैली...
हस्ताक्षर अभियान के उपरांत महाविद्यालय परिसर से एड्स जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को परियोजना निदेशक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छात्राओं ने एचआईवी/एड्स से बचाव संबंधी नारे लगाते हुए लोगों को जागरूक रहने का संदेश दिया।
संगोष्ठी और पोस्टर प्रतियोगिता में छात्राओं की प्रतिभा चमकी..
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महाविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी और पोस्टर प्रतियोगिता में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में कु. अनामिका प्रथम, कु. वैष्णवी द्वितीय और कु. साक्षी तृतीय रहीं। सभी को शील्ड देकर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सरला चक्रवर्ती और स्टाफ को विशेष सहयोग के लिए डॉ. विनेश कुमार ने सम्मानित किया।
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सूचना ही सुरक्षा, रोग के चार प्रमुख स्रोत बताए..
संगोष्ठी में परियोजना निदेशक अखिलेश चौबे ने कहा कि एचआईवी एड्स एक गंभीर रोग है जिसका कोई इलाज नहीं है। जागरूकता और सतर्कता ही इसका बचाव है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विनेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष विश्व एड्स दिवस की थीम ‘बाधाएँ होंगी दरकिनार, एचआईवी और एड्स पर होगा सशक्त प्रहार’ रखी गई है।
उन्होंने एड्स फैलने के चार प्रमुख कारण—संक्रमित रक्त चढ़ाना, संक्रमित सिरिंज का उपयोग, संक्रमित मां से जन्मा बच्चा और असुरक्षित यौन संबंध—स्पष्ट रूप से बताए। कहा कि इससे बचाव ही एकमात्र उपाय है।
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नयी सिरिंज, सुरक्षित ब्लड और दो लोगों को जागरूक करने की अपील..
एसटीएस बृजेश राठौर ने कहा कि इंजेक्शन हमेशा नई सिरिंज से ही लगवाएँ और ब्लड ट्रांसफ्यूजन केवल प्रमाणित ब्लड बैंक से कराएँ। छात्राओं से अपील की गई कि वे कम से कम दो पड़ोसियों को इस बीमारी के बारे में अवश्य जागरूक करें।
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भेदभाव न करें, जागरूकता बढ़ाएँ : डॉ. चक्रवर्ती..
प्राचार्य डॉ. सरला चक्रवर्ती ने कहा कि एड्स का कोई इलाज नहीं है, इसलिए जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों के प्रति भेदभाव न करने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिल्पी तोमर ने किया। संगोष्ठी में डॉ. इंदु वर्मा, डॉ. श्रद्धा यादव, डॉ. शुभी भसीन, डॉ. अनीता सिंह, डॉ. प्रीति वर्मा, डॉ. शालू गुप्ता सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-कर्मचारी और छात्राएँ उपस्थित रहीं।
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