UP समाचार न्यूज /रिपोर्ट संजय तिवारी /खबर जिला बलिया उत्तर प्रदेश..
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| जनपद बलिया के सिकंदरपुर स्थित एक अवैध आरा मिल पर होता लकड़ी का अवैध कटान के बाद कारोबार संचालित....फोटो स्त्रोत स्वयं.. |
संक्षेप...
धड़ल्ले से चल रहे अवैध आरा मिल,रात्रि अंधेरों में लकड़ी माफिया सक्रिय,वन संपदा पर आरा माफिया का हमला, प्रशासनिक दावों की खुली पोल,अवैध आरा मिलों का खुला खेल, हरित क्षेत्र पर मंडराये संकट के बादल, वहीं वन विभाग की निष्क्रियता पर उठे सवाल....
यूपी समाचार न्यूज,सिकंदरपुर (बलिया)। सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र में अवैध आरा मिलों का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। नियम-कानूनों को दरकिनार कर कई स्थानों पर बिना लाइसेंस आरा मिल संचालित किए जा रहे हैं। इससे न केवल वन संपदा को भारी क्षति पहुंच रही है, बल्कि वन विभाग और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में कई आरा मिल ऐसे हैं, जिनके पास न तो वन विभाग की अनुमति है और न ही लकड़ी के वैध स्रोत से जुड़े कागजात। इन मिलों में दिन-रात लकड़ी की कटाई जारी रहती है। यहां तक कि प्रतिबंधित प्रजातियों के पेड़ों की लकड़ी भी बेखौफ काटी जा रही है।
पर्यावरण संतुलन बिगड़ने का खतरा
अवैध कटान के चलते क्षेत्र के जंगल और हरित क्षेत्र तेजी से सिमट रहे हैं। शीशम, सागौन, नीम और आम जैसे उपयोगी पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण असंतुलन की आशंका गहराने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि इसका असर खेती, भू-जलस्तर और स्थानीय मौसम पर भी साफ दिखाई देने लगा है।
रात में सक्रिय लकड़ी माफिया
ग्रामीणों के मुताबिक लकड़ी माफिया सुनियोजित ढंग से रात के अंधेरे में जंगलों और निजी जमीनों से पेड़ काटते हैं। इसके बाद ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और छोटे वाहनों से लकड़ी को अवैध आरा मिलों तक पहुंचाया जाता है। चर्चा है कि बिना मिलीभगत के इतना बड़ा अवैध कारोबार संभव नहीं है।
कार्रवाई के दावे बेअसर...
नियमों के अनुसार आरा मिल संचालन के लिए वन विभाग से लाइसेंस, लकड़ी के वैध स्रोत का प्रमाण और नियमित निरीक्षण अनिवार्य है। बावजूद इसके क्षेत्र में कई आरा मिल बिना किसी वैध अनुमति के चल रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि प्रशासन और वन विभाग संयुक्त व ईमानदार कार्रवाई करें तो इस पर आसानी से रोक लगाई जा सकती है, लेकिन अब तक ठोस कदम नजर नहीं आए।
वन विभाग का पक्ष...
इस संबंध में सिकंदरपुर वन क्षेत्राधिकारी शिवम गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में उनके कार्यालय को अवैध आरा मिलों को लेकर कोई लिखित या मौखिक शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर नियमानुसार जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखने का आश्वासन भी दिया गया है।
