"आपदा प्रबंधन का अभ्यास: HP स्कूल के छात्रों ने सीखे संकट के समय शांत और सजग रहने के तरीके"

 UP समाचार न्यूज /रिपोर्ट आकाश सक्सेना /खबर बदायूं UP 


स्कूल के ग्राउंड में आपदा प्रबंधन का अभ्यास करते बच्चे...


सार...

एचपी इंटरनेशनल स्कूल में आपदा प्रबंधन का महत्वपूर्ण आयोजन: मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास से छात्रों में जागरूकता का संचार..


बदायूं UP। शहर के एचपी इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों में सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने और उन्हें आपदा के समय सही निर्णय लेने का अभ्यास कराने के उद्देश्य से एक विशेष मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल छात्रों के बीच आपदा प्रबंधन की समझ को मजबूत करना था, बल्कि उन्हें संकट के समय शांत और सजग रहने की प्रेरणा देना भी था।


कार्यक्रम का आरंभ सायरन की तेज आवाज के साथ हुआ, जिसने पूरे विद्यालय परिसर में एक जागरूकता का वातावरण निर्मित किया। जैसे ही सायरन की आवाज गूंज उठी, छात्र-छात्राएं, शिक्षक और कर्मचारियों ने तुरंत ही अपने-अपने स्थानों पर उपयुक्त तरीके से शरण लिया और अनुशासन का परिचय दिया। इस दौरान सभी का व्यवहार जिम्मेदारीपूर्ण और सजग था, जो इस अभ्यास की सफलता का प्रतीक था। 


विद्यालय के प्रबंधक निदेशक श्री शिवम पटेल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, “हमारे देश की सेना और उसके वीर जवान हमारे रक्षक हैं। उनका बलिदान और समर्पण हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। हमें अपने बच्चों में भी ऐसी देशभक्ति और साहस की भावना विकसित करनी चाहिए।” उन्होंने इस तरह के अभ्यास से बच्चों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ने का आह्वान किया।


वहीं, विद्यालय की निदेशिका श्री सेजल पटेल ने कहा कि, “सिखाने का तरीका केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यवहारिक शिक्षण से ही जीवन की सच्चाई समझ में आती है। जब बच्चे कार्यशाला और अभ्यास के माध्यम से सीखते हैं, तो उनकी समझ गहरी होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से छात्र न केवल आपदा के समय सही निर्णय ले सकते हैं, बल्कि उनमें नेतृत्व और सहयोग की भावना भी विकसित होती है।


प्रधानाचार्य संदीप पांडे ने अभ्यास से पहले छात्रों को विस्तार से जानकारी दी कि मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट का क्या अर्थ है, और आपात स्थिति में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि “सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि व्यवहारिक अनुभव ही हमें जीवन में मजबूती प्रदान करता है।” उन्होंने छात्रों को यह भी समझाया कि संकट के समय घबराने की बजाय संयम और समझदारी से काम लेना जरूरी है।


यह आयोजन छात्रों के लिए न केवल रोमांचक अनुभव रहा, बल्कि यह उन्हें यह भी सिखा गया कि जब भी कोई आपदा आए, तो घबराना नहीं चाहिए, बल्कि सभी को संयम से अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इस अभ्यास के माध्यम से बच्चों ने यह भी जाना कि कैसे सही दिशा-निर्देश और सतर्कता से वे अपनी और दूसरों की रक्षा कर सकते हैं।


विद्यालय प्रबंधन ने यह भी बताया कि भविष्य में ऐसे ही और भी अभ्यास आयोजित किए जाएंगे, ताकि छात्रों में आपदा प्रबंधन का ज्ञान और आत्मविश्वास बना रहे। इस आयोजन का उद्देश्य था कि बच्चे अपने जीवन में आने वाली किसी भी आपदा का सामना कर सकें और स्वयं को सुरक्षित रख सकें।


इस प्रकार, एचपी इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित इस मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास ने न केवल छात्रों की सुरक्षा जागरूकता को बढ़ाया, बल्कि उन्हें जीवन के महत्वपूर्ण पाठ भी सिखाए। यह कार्यक्रम बच्चों के जीवन में एक महत्वपूर्ण सीख के रूप में स्थापित हुआ है, जो उन्हें भविष्य में आपदा के समय शांति और संयम से कार्य करने के लिए तैयार करेगा।


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